इंडियन पेनल कोड धारा 25 से 28
इंडियन पेनल कोड की धारा 25 से धारा 28 तक को सामान्य भाषा के शब्दों में परिभाषित किया गया है जो आसानी से लॉ स्टूडेंट के द्वारा समझी जा सकती हैं
धारा 25 – कपटपूर्वक “Fraudulently”.
A person is said to do a thing fraudulently if he does that thing with intent to defraud but not otherwise.
कपटपूर्वक का अर्थ है धोखा देने के आशय से किया गया कोई कार्य,उदाहरण के लिए राम ने अपने तीन बेटों के नाम वसीयत की और तीनों को संपत्ति में बराबर भाग में विभाजित किया,
नोट :- A ने वसीयत पत्र में बी का नाम हटाने का कार्य किया
यहाँ A का आशय धोखा देने का है,
धारा 26 -विश्वास करने का कारण [Reason to believe ] A person is said to have “reason to believe” a thing, if he has sufficient cause to believe that thing but not otherwise .
कोई व्यक्ति किसी बात के विश्वास करने का कारण रखता है ऐसा तब कहां जाता है जब उस बात पर विश्वास करने का पर्याप्त हेतुक हो या कारण रखता है कि विश्वास करने का समुचित आधार था
नोट :- A ने B को नकली करेंसी नोट दिखाकर संपत्ति नाम करवा ली जहां नक़ली नोट को असली समझना B के लिए विश्वास का कारण बना
धारा 27 – पत्नी लिपिक या सेवक के कब्जे में संपत्ति संपत्ति [Property in possession of wife, clerk or servant ]Property in possession of wife, clerk or servant.- When property is in the possession of a person’s wife, clerk or servant, on account of that person, it is in that person’s possession within meaning of this Code.
पत्नी लिपिक या सेवक के कब्जे में संपत्ति संपत्ति किसी व्यक्ति के नाम उस व्यक्ति की पत्नी लिपिक या सेवक के कब्जे में है तब इस संहिता के अंतर्गत उस व्यक्ति के कब्जे में है
नोट :- माना कि एक फार्म का मालिक है W उसकी पत्नी है एवं B एवं C उस सेवक एवं क्लार्क है इस संहिता के अंतर्गत उस व्यक्ति के कब्जे में माने जाते हैं
धारा 28 – कूटकरण [counterfeit ]
A person is said to “counterfeit” who causes one thing to resemble another thing, intending by means of that resemblance to practice deception, or knowing it to be likely that deception will thereby be practiced.
जब कोई व्यक्ति किसी चीज को दूसरी चीज के सदृश्य जैसा वो थोड़ा सा मेल खाते हुए इसे बनाता है कि उसे अन्य व्यक्ति धोखा खा जाए या धोखा खाने की संभावना हो तो यह कहा जाएगा कि उस व्यक्ति ने कूटकरण का अपराध कार्य कारित किया है