न्यायिक सेवा मुख्य परीक्षा टेस्ट सीरीज टेस्ट 1 नेहा यादव
न्यायिक सेवा मुख्य परीक्षा टेस्ट सीरीज टेस्ट 1 नेहा यादव ,जुडीशल अस्पिरेट्स के द्वारा लिखा हुआ उत्तर पढ़ें और कमेंट करें
प्रश्न 1. वास्तव में किए गए अपराध को करने के सामान्य आशय में ही संयुक्त दायित्व का सार निहित है व्याख्या कीजिए? (500 शब्द ) 15 मार्क्स
सामान्य आशय का अर्थ है “पूर्व नियोजित योजना के अनुसार एक ही उद्देश्य के लिए किया गया कार्य”
भारतीय दंड संहिता की धारा 34 अध्याय 2 साधारण स्पष्टीकरण में सामान्य आशय के सिद्धांत जिसे अनव्यायिक दायित्व का सिद्धांत भी कहते हैं उपबंधित किया गया है जिसमें अभियुक्त स्वम् अपराधिक कार्य नहीं करता है बल्कि अपराधी कार्य किए जाने में केवल अपना योगदान देता है तो इसके आधार पर वे दोषी ठहराया जाता है
धारा 34 के अनुसार, जब कोई अपराधिक कार्य कई व्यक्तियों द्वारा किया जाता है सबके सामान्य आशय को अग्रसर करने में किया जाता है तो ऐसा हर व्यक्ति उस कार्य के लिए उसी प्रकार दायित्वधीन होगा मानो वह कार्य अकेले उसी ने किया हो
- आवश्यक तत्व
धारा 34 के अनुसार ,संयुक्त दायित्व के सिद्धांत को आकर्षित करने के लिए निम्नलिखित तत्व है
- एक आपराधिक कृत्य
- आपराधिक कृत्य एक से अधिक व्यक्तियों द्वारा किया गया हो
- आपराधिक कृत्य ऐसे व्यक्तियों द्वारा सबके सामान्य आश्य को अग्रसर करने हेतु किया गया हो
- ऐसे व्यक्तियों के बीच सामान्य आशय को पूर्व निर्धारित योजना के अंतर्गत होना चाहिए
सामान्य उद्देश्य धारा 149, भारतीय दंड संहिता के अध्याय 8 लोग प्रशांति के विरुद्ध वादों के विषय के अंतर्गत सामान्य उद्देश्य को निरंतर परिभाषित किया गया है
यदि विधि विरुद्ध जमाव के किसी सदस्य द्वारा उस जमाव के सामान्य उद्देश्य को अग्रसर करने में कोई अपराध किया जाता है या कोई ऐसा अपराध किया जाता है जिसका किया जाना उस जमाव का उद्देश्य को अग्रसर करने में संभवय है जानते थे तो हर व्यक्ति जो अपराध के किये जाने के समय उस जमाव का सदस्य हैं उस अपराध का दोषी होगा
- आवश्यक तत्व
इस धारा के आवश्यक तत्व निम्नलिखित हैं
विधि विरुद्ध जमाव के किसी सदस्य द्वारा कोई अपराध किया जाना
ऐसा अपराध जमाव के सामान्य उद्देश्य करने में किया जाना चाहिए ऐसा हो जिसका किया जाना जमाव का हर सदस्य संभाव्य जानता हो
प्रश्न 2. प इस आशय से और यह संभव यह जानते हुए कि वह क की फसल को नुकसान कारित करें, क के खेत में मवेशियों का प्रवेश कारित कर देता है प ने कौन सा अपराध किया है विवेचना कीजिए? (300 शब्द ) 10 मार्क्स
भारतीय दंड संहिता की धारा 441 में अपराधिक अतिचार को परिभाषित किया गया है जो कोई ऐसी संपत्ति या ऐसी संपत्ति पर जो किसी दूसरे के कब्जे में हैं इस आशय से प्रवेश करता है कि वह कोई अपराध करें या किसी व्यक्ति को जिसके कब्जे में हैं ऐसी संपत्ति है अभित्रस्त,अपमानित या क्षुब करे , अथवा ऐसी संपत्ति में या ऐसी संपत्ति पर विधि पूर्वक करके वहां विधि विरुद्ध रूप से इस आशय से बना रहता है कि तदद्वारा द्वारा पर किसी व्यक्ति को अभित्रस्त,अपमानित या क्षुब्ध करें इस आशय से बना रहता है वह अपराधिक अतिचार करता है यह कहा जाता है
NOTE :-यह आंसर जुडीशल सर्विस अस्पिरेट्स के द्वारा लिखा हुआ है आपको सलाह दी जाती है बुक्स का अध्यन करने के पश्चात निर्णय पर पहुँचेI